यूपी पुलिस का संवेदनहीन चेहरा एक बार फिर सामने आया है। देवरिया में तैनात एएसपी रैंक के एक अधिकारी ने रेप की शिकार उस महिला की बेइज्जती कर डाली जो केस दर्ज करवाने थाने गई थी। थाने में शिकायत दर्ज नहीं होने पर चार बच्चों की मां यह महिला न्याय की आस लिए एक बड़े अफसर के पास गई।देवरिया जिले के बनकटा थाने में पुलिस ने इस महिला की शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया तो 35 साल की यह दलित महिला अपने पति के साथ एएसपी केशव चंद्र गोस्वामी के पास गई। एएसपी ने पहले पूछा कि महिला के कितने बच्चे हैं तो जवाब मिला चार। उन्हें यह भी बताया गया कि महिला के बड़े बच्चे की उम्र 16-17 साल के करीब है। महिला के बारे में जानकारी लेने के बाद एएसपी ने कहा, 'इतनी पुरानी औरत से बलात्कार कौन करेगा?' हालांकि उन्होंने यह भी कहा, 'ठीक है, मैं जांच कर लेता हूं' लेकिन एएसपी का आपत्तिजनक बयान मीडियाकर्मियों के कैमरे में कैद हो गया। मामले ने तूल पकड़ा तो आईजी को अपने अफसर के बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी।
आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) आर के विश्वकर्मा ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर अपने अफसर के इस रवैये पर खेद जताया और माफी मांगी। उन्होंने बताया कि पीडित महिला की शिकायत दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। आईजी ने महिला को अपमानित करने वाले बयान के लिए अफसर पर कारवाई करने का भी भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि मिडिल लेवल के पुलिस अफसरों को खास ट्रेनिंग दिए जाने की जरूरत है कि आम लोगों या मीडिया से बातचीत के दौरान उन्हें कैसा रवैया अपनाना चाहिए।
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